ndependence Day songs, lyrics, quotes, wallpapers, poems, videos, mp3 free download
Happy Independence Day To All Our Visitors.....! जय हिन्द !
सारे जहां से अच्छा हिन्दोसिता हमारा ,
हम बुलबुलें हैं इसकी ये गुलसिता हमारा
Free Download Selected Deshbhakti Songs :-
8. Maa_Tujhe_Salaam_by_AR_Rahman.mp3
9. Mile sur mera tumhara - National Integration Song.mp3
10. Rashtra Geet - Jan Gan Man Adhi Nayak.mp3
11. Suno_Gaur_Se_Duniya_Walo_Buri_.mp3
12. Bhai_Bahan_-_Sare_Jahan_Se_Achha.mp3
वन्देमातरम बंकिमबाबू !
वन्देमातरम्
सुजलां सुफलां मलयजशीतलां
शस्यश्यामलां मातरम्
शुभ्रज्योत्सनापुलकितयामिनी
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीम्
सुहासिनीं सुमधुरभाषिणीं
सुखदां वरदां मातरम्।
वन्देमातरम्
त्रिंशत्कोटि-कंठ-कलकल-निनाद-कराले
द्वित्रिंशत्कोटिभुजैर्धृत-खर-करवाले
के बोले मा तुमि अबले?
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं
रिपुदलवारिणीं मातरम्!
वन्देमातरम्
तुमि विद्या, तुमि धर्म,
तुमि हृदि, तुमि मर्म
त्वम् हि प्राणा: शरीरे
बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति
तोमारई प्रतिमा गड़ि मन्दिरे-मन्दिरे
वन्देमातरम्
त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी
वाणी विद्यादायिनी नमामि त्वाम्
नमामि कमलां अमलां अतुलां
सुजलां सुफलां मातरम्!
वन्देमातरम्
श्यामलां, सरलां, सुस्मितां, भूषितां,
धरणीं, भरणीं मातरम्!
वन्देमातरम्
Meaning :-
हे माते, मैं तुम्हें वंदन करता हूं ।
जलसमृध्ध तथा धनधान्यसमृध्ध द्क्षिणके मलय पर्वतके उपरसे आनेवाली
वायुलहरोंसे शीतल होनेवाली तथा विपूल खेतीके कारण श्यामलावर्ण बनी हुई, हे माता
चमकती चांदनियोंके कारण यहां पर रातें उत्साहभरी होती हैं,
फुलोंसे भरे हुए पौधोंके कारण ये भूमि वस्त्र परिधान किए समान शोभनिय प्रतित होती है ।
हे माता, आप निरंतर प्रसन्न रहनेवाली तथा मधुर बोलनेवाली, वरदायनी, सुखप्रदायनी हैं !
तीस करोड(अब १२०) मुखोंसे निकल रही भयानक गर्जनाएं तथा साठ (२४०) करोड हाथोंमें चमकदार तलवारें होते हुए,
हे माते, आपको अबला कहनेका धारिष्ट्य कौन करेगा ?
वास्तवमें माते, आपमें सामस्थ्य हैं । शत्रुसैन्योंके आक्र्मणोंको मुह-तोड जवाब देकर
हम संतानोंका रक्षण करनेवाली हे माता, मैं आपको प्रणाम करता हुं ।
आप से ही हमारा ज्ञान, चरित्र तथा धर्म है । आप ही हमारा ह्रदय तथा चैतन्य हैं ।
हमारे प्राणोंमें भी आपही हैं । हमारी कलाईयोंमें शक्ति तथा अंतःकरणमें काली माता भी आपही हैं ।
मंदिरोंमें हम जिन मूर्तियोंकी प्रतिष्ठापना करते हैं, वे सभी आपके रूप हैं ।
अपने दस हाथोंमें दस शस्त्र धारण करनेवाली शत्रुसंहारिणी दुर्गा भी आप तथा
कमलपुष्पोंसे भरे सरोवरमें विहार करनेवाली कमलकोमल लक्ष्मी भी आपही हैं ।
विद्यादायिनी सरस्वती भी आप ही हैं । आप को हमारा प्रणाम हैं । माते, मैं आपको वंदन करता हूं ।
ऐश्वर्यदायिनी, पुण्यप्रद तथा पावन, पवित्र जलप्रवाहोंसे तथा अमृतमय फलोंसे समृध माता
आपकी महानता अतुलनिय है । उसे कोई सीमा ही नहीं है । हे माते, हे जननी हमारा तुम्हें प्रणाम है ।
माते, आपका वर्ण श्यामल है । आपका चरित्र पावन है । आपका मुख सुंदर हंसीसे विलसीत है ।
सर्वाभरणभूषित होनेके कारण आप कितनी सुंदर लगती हैं ।
सचमें, हमें धारण करनेवाली तथा हमें संभालनेवाली भी आप ही हैं ।
हे माते, हमारा आपके चरणोंमें पुनःश्च प्रणिपात ।
.
COMMENTS